एक कदम्ब का फूल मुझे भी मिला माँ यमुना तीरे।
काव्यान्कुर 7 का परिणाम:
हिंदी साहित्य (काव्य विधा) को समर्पित गैर सरकारी संस्था ‘नवांकुर साहित्य सभा’ दिल्ली नए कलमकारों को प्रोत्साहन हेतु पिछले 8 वर्षों से प्रयत्नशील है। इसी कडी में संस्था की सातवीं पुस्तक ‘काव्यांकुर 7’ के लिए पूरे भारत से कुल 103 कवियों की रचनाएँ प्राप्त हुईं थीं । जिनमें से 47 कवियों को संस्था के मानदंडों पर खरा पाया गया और उनकी रचनाओं को निर्णायक मंडल, वरिष्ठतम कवि / शायर / गीतकार श्री लक्ष्मीशंकर वाजपेई जी, श्री नरेश शांडिल्य जी और श्रीमती अल्का सिन्हा जी के समक्ष मूल्यांकन हेतु भेजा गया था।
मित्रों, पिछले अनुभवों के आधार पर हम बार-बार प्रचारित करते हैं कि नवांकुरों को अपनी रचनाएँ हिंदी के KURTI DEV या UNICODE फॉण्ट में ही भेजनी चाहिए या हस्तलिखित संस्था के पते पर भेजनी चाहिए परन्तु कुछ कवि बहुत अच्छे रचनाकार होने के बावजूद भी रचनाओं का फोटो खींचकर भेज देते हैं इससे रचनाओं का प्रिंट बिलकुल काला आता है, या ऐसे फॉण्ट में भेज देते हैं जो पढ़ा भी नहीं जा सकता, कुछ लोग अपने ब्लॉग से ही सीधे भेज देते हैं, जिससे प्रिंट ऊपर और निचे से कटा हुआ आता है और लाख प्रयत्न करने बाद भी मज़बूरी में हमें ऐसा ही निर्णायक मंडल को भेजना पड़ता है| कुछ कवियों की रचनाओं पर वरिष्ठ कवियों की छाप या झलक होती है जिसे निर्णायक मंडल तुरंत पहचान लेते हैं और अंक कम देते हैं| इसलिए मौलिकता बहुत जरुरी है| कई कवियों ने तो अपने लेख भी भेज दिए हैं जो स्वीकार्य नहीं होते | सभी कवियों की रचनाएँ बेजोड़ थीं मगर चुनना तो केवल 16 को ही था | इसलिए कोई अपने आपको दुखी महसूस न करे | निर्णायक मंडल के हर सदस्य की अपनी सोच और विचारशीलता होती है, जिसकी कसौटी पर वो रचनाओं का मूल्याङ्कन करते हैं | कई कवियों को एक सदस्य ने बहुत अच्छे अंक दिए हैं परन्तु बाकियों ने कम दिए हैं इसलिए वो नाम सूची में ऊपर नहीं आ सके | किन्हीं को दो वरिष्ठ कवियों ने बहुत अच्छे अंक दिए हैं मगर एक ने बहुत कम अंक दिए हैं इसलिए वो थोडा सा नीचे रह गए | ‘नवांकुर साहित्य सभा’ दिल्ली आप सभी कवियों को धन्यवाद देती है, इस प्रक्रिया में सम्मलित होने के लिए और जिनका नाम इस वर्ष नहीं आया है वो अगली वार ‘काव्यन्कुर 8’ के लिए पूरी तयारी के साथ रचनाएँ भेजें | इस सूची में एक नाम ऐसा है जो पिछले तीन वर्षों से लगातार रचनाएँ भेज रहे थे | इस बार उनका नाम आ ही गया |
वर्ष 2019 में 16 नवांकुर कवियों को स्थान दिया गया है। तीनों वरिष्ठ साहित्यकारों (श्री लक्ष्मीशंकर वाजपेई जी, श्री नरेश शांडिल्य जी और श्रीमती अल्का सिन्हा जी) द्वारा नवांकुर कवियों को कुल प्राप्त अंकों के आधार पर परिणाम इस प्रकार है।
1. सुश्री कल्याणी, उत्तम नगर, दिल्ली
2. सुश्री आँचल खटाना, सिकंदराबाद, उत्तर प्रदेश
3. श्रीमती इंदु निगम, गुरुग्राम, हरियाणा
4. श्रीमती सरोज नेगी, देहरादून, उत्तराखंड
5. श्रीमती अनुपम चितकारा, पटेल नगर, दिल्ली
6. श्री राजीव कुमार दास, हजारीबाग, झारखण्ड
7. श्री योगेश कुमार ध्यानी, कानपुर, उत्तर प्रदेश
8. श्रीमती मीनाक्षी भसीन, द्वारका, नई दिल्ली
9. श्रीमती बबीता गर्ग, फरीदाबाद, हरियाणा
10. मोहम्मद इलियास अली, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
11. श्री सचिन मेहता ‘शालीन’, फरीदाबाद, हरियाणा
12. मोहम्मद बेलाल सारणी, छपरा, बिहार
13. श्रीमती प्रज्ञा मिश्रा, मुम्बई, महाराष्ट्र
14. श्री अशोक छावड़ा, गुरूग्राम, हरियाणा
15. श्रीमती आशा दिनकर, पश्चिम विहार, नई दिल्ली
16. श्रीमती रश्मि लता मिश्रा, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
मित्रों, हर वर्ष की तरह इस बार भी ‘काव्यन्कुर 7’ पुस्तक का लोकार्पण अक्टूबर 2019 में भारतीय कला और संस्कृति के लिए प्रसिद्द स्थान दिल्ली लोदी रोड के ‘इण्डिया हेबिटेट सेंटर’ में होगा, धन्यवाद
http://www.navankurindia.com
(अशोक कश्यप)
अध्यक्ष, नवांकुर साहित्य सभा
9205125700, 9013226272, 9210777799