ऐसे रास्तों से राहत मिलती है, गहरी साँस में सुकून होता है,
यूँ मंज़िल तलाशना भर भी ज़िंदगियों का हासिल होता है।
उम्र सारी कट रही सफर में नहीं किसी दर पे आराम होता है।
अपने सुनाते हैं हरदम कलम से यारी का यही अंजाम होता है।

चित्र साभार – #गूँज #अनामिका_चक्रबर्ती #रविवारीय #क्षणिका

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