16 Oct 2021, शनिवार सुबह 6 बजे बोरीवली से सपरिवार हम सभी , ओला कैब लेकर निकले , 6.45 AM पर मज़गांव डॉकयार्ड होते हुए Domestic Cruise Terminal पहुँचे। काउंटर नम्बर 4 पर टिकट स्कैनिंग की लाइन में थोड़ा समय लगा। 8 बजे तक हम सभी सुबह की पहली Ferry Ride से अलीबाग ट्रिप के लिए रवाना हुए।


M2M Ferry अनुभव से पहले, मलाड मध में , गोराई से एस्सेल वर्ल्ड में, गेटवे से एलिफैंटा गुफ़ा तक फेरी देखा था मैंने। मुझे लगा था वही नीले सीटों वाली कोई छोटी शिप होगी जो यहां से वहां ले जाएगी। मेरी कल्पना से आगे यह एक सुंदर शिप थी और स्टेट ऑफ आर्ट से मेंटेंड , SKODA ने शिप की मेंटिनेंस की है।
टिकट ऑनलाइन ली गयी थी। हमने SKODA KUSHAQ ZONE book किया था।
Seats की reservation नहीं होती, first come first serve बेसिस पर है।
Ferry में सैकड़ों यात्री अपनी कारें लेकर आये थे। हमें अफ़सोस हुआ कि ले लेनी चाहिए थी।कोई नहीं अगली बार।






मांडवा वही गाँव है जिसका ज़िक्र Hrithik Roshan की अग्निपथ में हुआ है। मांडवा से ऑटो कर के हम अलीबाग तालुका में वरसोली पहुँचे। मांडवा से वरसोली कुल 20 की.मि. है । वरसोली में गणेश मंदिर के सामने हमारा गेस्ट हाउस बुक किया था जो हमने airbnb के माध्यम से किया था।
आज हमने वरसोली बीच और अलीबाग बीच पर वाटर स्पोर्ट्स का आनंद उठाया। दिन थकान भरा रहा क्योंकि Lockdown एवं Sedentary जीवन शैली के कारण चलने की आदत एकदम से खत्म हो गयी है।
हमने तसवीरें लीं। अलीबाग के रास्तों ओर चलते घर और जीवन शैली में साधारण ग्रामीण पद्धति को महसूस किया। नल से दूर आकर पानी भरना, नल पर कपड़े धोना। एक औरत ने एक बाल्टी कपड़ा निचोङ कर सर पर डाला और बिल्ली के बच्चे जैसे अपने बच्चे की बाँह पकड़ टांगा और कमर पर बैठा कर चल दी। औरतें बहुत कठिन जीवन जीती हैं।
हम बाहर से घरों की बनावट और पेड़ पौधों का मुआयना करते हुए बीच की तरफ बढ़ रहे थे इतने में आज मैंने नए तरह का हिबिस्कस देखा जिसके Petals कैंची से काट दिये गए हैं ऐसा लग रहा था। अलीबाग में एक खास तरह के पेड़ हैं हर तरफ।
रात का खाना अलीबाग बाजार में फूलोरा होटल में हुआ। खाना अच्छा था। लेकिन होटल तक जाने में बहुत चलना पड़ा, पैर दुख गए। पहले ही थके भी थे।
हमारे बंगले में हम पानी खरीद कर ले रहे हैं।
कल सप्ताहांत टूरिज़्म का दूसरा दिन है।





