मैं केरल में रह रहे अलग अलग सहकर्मियों से बात कर यह समझने की कोशिश कर रही हूँ कि वे आज ओणम से कैसे जुड़ते है और वो कौन सी बातें हैं जो सांस्कृतिक विरासत की तरह चलती हुई आयी हैं। गौरतलब है कि मेरी बात चीत में शामिल सभी लोग कम्प्यूटर अभियंता हैं और अपनी संस्कृति को उन्होंने कैसे सुरक्षित रखा है यह उनकी दी हुई जानकारी में समझा जा सकता है।
बारह वर्ष पूर्व, हमारे प्रोजेक्ट मैनेजर रहे थॉमस मैथ्यू से आज हुइ बात चीत ( वाट्सप चैट माध्यम) में उन्होंने राजा महाबली और वामन अवतार की कथा बतायी। वे 10 दिन के आयोजन में प्रतिदिन महाबली के स्वागत में बनने वाले पुष्पों की रंगोली(पूकालम) और भोग(ओना सादया) के बारे में भी बात करते हैं।
ओणम गौरवशाली अतीत का उत्सव है। राजा महाबली का एक प्रेरक अतीत जो सुख-समृद्धि से भरपूर था।
सभी केरलवासी, ओणम के दिन महाबली के आतिथ्य के लिए तैयार हो जाते हैं, राजा महाबली को इस दिन अपने लोगों से मिलने की अनुमति दी जाती है।
ओणम फसल कटाई का त्योहार भी है। कहा जाता है कि प्रह्लाद पौत्र महाबली ने देवताओं को हराकर तीनों लोकों पर अधिकार कर लिया था। राजा बली ने देवताओं को नाराज कर दिया और देवताओं ने भगवान विष्णु से राक्षस राजा के विरूद्ध उनकी लड़ाई में उनकी मदद करने का आग्रह किया। महाबली भगवान विष्णु के भक्त थे और भगवान को युद्ध में पक्ष लेना मुश्किल लगा।
एक और मान्यता यह है कि महाबली धर्मी व्यक्ति थे और अपने समय के दौरान पूर्ण सत्य और समानता का आग्रह रखते थे, जनता उनसे अपार स्नेह रखती थी। देवता महाबली की स्थिति के बारे में चिंतित हो गए , उनका यश बढ़ते देखकर देवताओं को चिंता होने लगी तब उन्होंने भगवान विष्णु से अपनी बात कही। राजा बलि की विष्णु भक्ति का उपयोग करके उन्हें राज सत्ता से वंचित कर दिया दिया, उनसे विष्णु जी ने वामन अवतार में तीन फीट जमीन मांगी। महादानी राजा बलि ने अनुमति दी और अचानक वामन रूप विशाल हो गया और उन्होंने दो चरणों के साथ धरती और आकाश ले लिए और फिर तीसरा कदम मांगा। तब राजा ने अपना सिर सामने कर दिया और विष्णु जी के वामन अवतार ने उसके सिर पर पैर रख उन्हें पाताल में शरण दी।
चूँकि राजा बलि , विष्णु के परम भक्त थे उन्हें वर्ष में एक बार अपनी जनता से मिलने की अनुमति दी गयी, यही अवधि ओणम कहलाती है।
अपनी पौराणिक कथाओं से परे ओणम सभी धर्मों द्वारा समान रूप से मनाया जाता है। यह ओणम की सबसे प्रमुख सुंदरता है।
इसके साथ ही थॉमस अपने कोरोना पूर्व ओणम के अनुभव साझा करते हैं।
वे सब मैं यहाँ उनकी अनुमति से संलग्न कर रही हूँ।
ये छवियाँ थॉमस मैथ्यू के घर के पास कोरोना से पहले, ओणम। हमारे पास यह विशाल नाव दौड़ दुनिया में अद्वितीय है।
एक नाव में लयात्मकता में 90- 100 रोवर का होना समृद्धि को दर्शाता है .. प्रत्येक नाव बहुत महंगी है … दुनिया का सबसे बड़ा समूह खेल। बेहतर तस्वीरों के लिए गूगल कर सकते हैं। यह थॉमस मैथ्यू के द्वारा रिकॉर्डेड स्थानीय कार्यक्रम है।
किंवदंतियां, पौराणिक मान्यता हर किसी की सुविधा, रोचकता या स्मृति के आधार पर सम्प्रेषित होती है।
किसी युग के समाज में व्याप्त प्रचलित व्यवस्था और विचारधारा भी पुरानी मान्यताओं को लेकर समय समय पर समीक्षा करते हुए उनके अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत करती हैं, यह व्यवस्था के लचीलेपन पर निर्भर करता है कि कौन सी मान्यता जन प्रचलित रहेगी।
भारत की पौराणिक कथा, कालक्रम की घटनाएं और आज के राजनैतिक समाजिक परिवेश को देखते हुए मेरा मानना है कि वर्ण , धर्म और वर्ग संघर्ष के इतिहास के साथ कालांतर में जो सच में पीढ़ी दर पीढ़ी संक्रमित होता है वो है रंग, उत्सव और भोग, भगवान का भोग।
Thomas Mathew’s words as received in english:
" Onam is celebration of glorious past. An inspiring past of King Mahabali which was full of happiness and prosperity.
All keralites, on onam day get ready to receive Mahabali ..a permission given to him to visit his people one day.
Whats the story behind Onam?
Onam is also a harvest festival. It is said that Mahabali defeated the gods and took over the three worlds. This made gods resent him and urge Lord Vishnu to help them in their fight against the demon king. Mahabali was a devotee of Lord Vishnu and the god found it difficult to take sides in the battle. (Another version)
But it is celebrated equally by all religion…that is the beauty.
What we all learned is he was righteous man and absolute zero lie during his time and equality in every thing. Hence God's become worried about his status and tricked him by using devotion to Vishnu and asked for 3 feet land. He given permission and suddenly the small brahmin become a giant and with two steps he took over entire kerala and then asked for thrid step. He showed his head down and Vishnu put his feet on his head pushed his down the earth and allowed him to visit his people once a year.
There is 10 days of preparation for this day at every home
I have Images of Last onam before corona near my home. We have this huge boat race unique in the world.
One boat will have 90- 100 rowers in sync shows the richness ..Each boat is very expensive…biggest team sport in the world. You can google for better pics. This is a local event at my village."

