जब आदमी को लगा की वो
दुनिया की सबसे विकसित
उन्नत कोशिकाओं का नमूना बन गया
तब उसने अपने नमूने बनाये

उसने कुछ नई मिसालें बनायीं
जिनको उपलब्धियों का नाम दिया
उपलब्धियों से मुनाफा बढ़ा
मुनाफे से कारोबार
कारोबार के गुरु बाजार में आये
अरबों खरबो की नीयत गिनाये
दो पहिया को चार
चार से दो और
फिर गाड़ी में नल बाथरूम लगाये।

किसीने बहुत उम्दा खाया
जिनको नहीं मिला
उन्होंने काम चलाया
हिस्सेदारी बराबर थी
किसीने कमाया
किसीको लुटाया
विकास हो रहा था
नस्ल कोला पी कर खुश थी।

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